कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर के दौर में दिल्‍ली के उप मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्‍पतालों से ऑक्‍सीजन की कमी को लेकर अनावश्‍यक अलॉर्म न बजाने का आग्रह किया है.

नई दिल्ली: देश में कोरोना के नए मामलों की संख्‍या बढ़ने के साथ ही ज्‍यादातर अस्‍पताल बेड, दवाओं और ऑक्‍सीन की कमी का सामना कर रहे हैं. देश की राजधानी दिल्‍ली में भी कई अस्‍पताल ऑक्‍सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. इस बीच कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर के दौर में दिल्‍ली के उप मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्‍पतालों से ऑक्‍सीजन की कमी को लेकर अनावश्‍यक अलॉर्म न बजाने का आग्रह किया है. नोडल मंत्री (कोरोना) सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा, ‘आज सुबह मेरे पास एक ऐसे अस्पताल का ऑक्‍सीजन SOS call आया जिसके पास अभी 18KL उपलब्ध है जबकि उसका एक दिन का खर्च 4.8KL है. उसकी स्टोरेज क्षमता भी 21KL ही है. यानी उसके पास क़रीब 72 घंटे का ऑक्‍सीजन उपलब्ध है. इसी तरह एक अन्य छोटे अस्पताल की ख़बर मीडिया में चली. बात की तो पता चला कि कल उसे 30 सिलेंडर दिए थे जिसमें से अभी इसमें से 20 बचे हैं केवल 10 खर्च हुए हैं.’

उन्‍होंने आगे लिखा, ‘ मेरा अस्पतालों से अनुरोध है कि ऑक्सिजन की कमी को लेकर अनावश्यक अलार्म न बजाएं. ऐसा करने से जरूरतमंद अस्पतालों तक मदद पहुँचने में समस्या आ रही है. मीडिया से भी अनुरोध है कि facts की जानकारी लेने के बाद ही ऐसी खबरें चलाएं.’ ऑक्‍सीजन की इस कमी के दिल्‍ली के फोर्टिस एस्‍कोर्ट्स हॉर्ट इंस्‍टीट्यूट ने कहा है कि मेडिकल ऑक्‍सीजन की कमी के चलते अपने यहां और मरीजों की भर्ती नहीं करेगा. अस्‍पताल की ओर से कहा गया है कि विकल्‍प न होने के कारण अस्‍पताल प्रबंधन को यह फैसला लेना पड़ा है. अस्‍पताल में लगे नोटिस बोर्ड में लिखा है, ‘हम सभी अधिकारियों को इस स्थिति के बारे में सूचित कर चुके हैं और हम किए गए वादों के अनुसार सप्‍लाई का कल से इंतजार कर रहे हैं. इस समय हमारे पास विकल्‍प नहीं है और हमने नए मरीजों की भर्ती और ER सेवाओं को सस्‍पेंड करने का निर्णय लिया है. हम भर्ती मरीजों को हरसंभव बेहतर तरीके से ख्‍याल रखने की कोशिश कर रहे हैं.’ देश में कोरोना के केसों की संख्‍या (रोजाना) रविवार को बढ़ते हुए साढ़े तीन लाख तक पहुंच गई है.