तिमाही रिपोर्ट में भारतीय स्मार्टफोन बाज़ार ने लगाई छलांग
इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) की ताज़ा रिपोर्ट, “वर्ल्डवाइड क्वार्टरली मोबाइल फ़ोन ट्रैकर” के अनुसार, 2025 की दूसरी तिमाही (Q2) में भारतीय स्मार्टफोन बाज़ार में तेज़ी से उछाल आया है. इस तिमाही में कुल 37 मिलियन यूनिट्स की शिपमेंट हुई है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 7.3% की वृद्धि दर्शाती है. हालांकि, इस वृद्धि के बाद भी, 2025 की पहली छमाही (1H25) में कुल शिपमेंट 70 मिलियन यूनिट्स रही, जो पिछले साल से सिर्फ़ 0.9% अधिक है. IDC का मानना है कि उपभोक्ताओं की मांग में नरमी और बढ़ती औसत बिक्री मूल्य (ASP) के कारण साल के अंत तक बाज़ार की समग्र वृद्धि सीमित रह सकती है.
बाज़ार में कंपनियों का प्रदर्शन: कौन रहा आगे?
बाज़ार की अग्रणी कंपनियों में वीवो (vivo) लगातार छठी तिमाही में शीर्ष पर बनी हुई है. कंपनी ने विभिन्न मूल्य खंडों और वितरण चैनलों में अपने संतुलित उत्पाद पोर्टफ़ोलियो के दम पर यह सफलता हासिल की है. वहीं, सैमसंग (Samsung) 21% की प्रभावशाली वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर है. गैलेक्सी ए, एम और एफ़ सीरीज़ में नए लॉन्च और मिड-रेंज के ग्राहकों को आकर्षित करने वाले एआई-सक्षम मॉडलों ने सैमसंग की इस प्रगति में अहम भूमिका निभाई है.
ओप्पो (OPPO) तीसरे नंबर पर रही, जिसकी सफलता में किफायती K13 और A5x जैसे मॉडल और विस्तारित सेवा नेटवर्क का बड़ा योगदान है. उल्लेखनीय रूप से, नथिंग (Nothing) और आईक्यूओओ (iQOO) ने साल-दर-साल सबसे ज़्यादा वृद्धि दर्ज की है, जो क्रमश: 84.9% और 68.4% रही.
Apple और iPhone 16 की धूम
प्रीमियम सेगमेंट में Apple ने अपनी मज़बूत स्थिति बरक़रार रखी है. साल की पहली छमाही में कंपनी की शिपमेंट 21.5% बढ़कर 5.9 मिलियन यूनिट्स तक पहुँच गई. iPhone 16 पूरे भारत में सबसे ज़्यादा बिकने वाला सिंगल स्मार्टफोन मॉडल बनकर उभरा, जिसने इस अवधि की कुल शिपमेंट में लगभग 4% की हिस्सेदारी हासिल की. वहीं, प्रीमियम ($600–$800) सेगमेंट में iPhone 16 और iPhone 15 के दम पर शिपमेंट लगभग दोगुनी हो गई.
बाज़ार वृद्धि के मुख्य कारण
आईडीसी एशिया पैसिफ़िक के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट आदित्य रामपाल के अनुसार, दूसरी तिमाही में वृद्धि के कई कारण रहे. इनमें सभी मूल्य श्रेणियों में नए डिवाइसों का लॉन्च, पुराने मॉडलों पर दी जाने वाली छूट, ऑफ़लाइन खुदरा विक्रेताओं के लिए मार्जिन में बढ़ोतरी और दमदार मार्केटिंग अभियान शामिल हैं.
मूल्य श्रेणियों के आधार पर बाज़ार का हाल
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औसत बिक्री मूल्य (ASP): इस तिमाही में ASP $275 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया, जो पिछले साल से 10.8% ज़्यादा है.
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एंट्री-लेवल (₹8,300 से कम): इस सेगमेंट में 22.9% की वृद्धि देखी गई और इसकी बाज़ार हिस्सेदारी 16% रही. शाओमी (Xiaomi) के Redmi A4 और A5 इस सेगमेंट में सबसे आगे रहे.
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मास बजट (₹8,300–₹16,600): शिपमेंट में 1.1% की मामूली बढ़ोतरी हुई, लेकिन बाज़ार हिस्सेदारी 44% से घटकर 42% हो गई. वीवो, ओप्पो और रियलमी (realme) इस सेगमेंट का नेतृत्व कर रहे हैं.
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एंट्री-प्रीमियम (₹16,600–₹33,300): इस सेगमेंट की शिपमेंट में 2.5% की गिरावट आई और इसकी बाज़ार हिस्सेदारी 30% से 27% रह गई. वीवो, सैमसंग और ओप्पो यहाँ के प्रमुख खिलाड़ी हैं, जबकि मोटोरोला (Motorola) चौथे स्थान पर पहुँच गया है.
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सुपर-प्रीमियम (₹55,500 से ज़्यादा): इस सेगमेंट में सैमसंग ने Galaxy S25 और S24 Ultra मॉडलों के दम पर Apple को पछाड़ दिया.
ऑफ़लाइन बिक्री में तेज़ी
ऑफ़लाइन बिक्री चैनल में 14.3% की वृद्धि हुई है और अब यह कुल शिपमेंट के आधे से ज़्यादा हिस्से पर क़ाबिज़ है. बेहतर रिटेलर मार्जिन, इन-स्टोर प्रमोशन और कीमतों में कटौती जैसे कारकों ने ऑफ़लाइन बाज़ार को बढ़ावा दिया है. दूसरी तरफ़, ऑनलाइन बिक्री पिछले साल की तुलना में स्थिर रही.
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